पोल्ट्री फ़ीड में बेंजोइक एसिड का कार्य

की भूमिकाबेंज़ोइक एसिडपोल्ट्री फ़ीड में मुख्य रूप से शामिल हैं:

जीवाणुरोधी, विकास को बढ़ावा देने वाला, और आंतों के माइक्रोबायोटा संतुलन को बनाए रखने वाला।

बेंज़ोइक एसिड

पहले तो,बेंज़ोइक एसिडइसमें जीवाणुरोधी प्रभाव होते हैं और यह ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया के विकास को रोक सकता है, जो पशुओं में हानिकारक सूक्ष्मजीवी संक्रमण को कम करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आहार में बेंजोइक एसिड मिलाने से एंटीबायोटिक दवाओं की जगह ली जा सकती है, जिससे एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग कम हो सकता है, पशुओं पर दुष्प्रभाव कम हो सकते हैं और पर्यावरण प्रदूषण कम हो सकता है।

दूसरा,बेंज़ोइक एसिडएक अम्लकारक के रूप में, यह पशुओं के विकास प्रदर्शन को बढ़ा सकता है। शोध से पता चला है कि पिगलेट फ़ीड में 0.5% बेंजोइक एसिड मिलाने से दूध छुड़ाए गए पिगलेट की वृद्धि दर और फ़ीड रूपांतरण दर में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है। इसके अलावा, बेंजोइक एसिड आंतों के माइक्रोबायोटा के संतुलन को बनाए रख सकता है, सीरम जैव रासायनिक संकेतकों में सुधार कर सकता है, जिससे पशुधन का स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है और मांस की गुणवत्ता में सुधार होता है।

अंत में, मानव शरीर में बेंजोइक एसिड का चयापचय पैटर्न इसकी उच्च सुरक्षा को दर्शाता है। शरीर में प्रवेश करने के बाद, अधिकांश बेंजोइक एसिड यूरिक एसिड के रूप में उत्सर्जित हो जाता है, और शरीर में लगभग कोई अवशेष नहीं बचता है, इसलिए इसका पशु स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

तटस्थ पैकिंग--25 किग्रा


पोस्ट करने का समय: 19-दिसंबर-2024